Dated: November 2024
संतों-साध्वियों की सुरक्षा सर्वोपरि — सावधानी अनिवार्य
चौमासा पूर्ण होते ही अनेक स्थानों पर संतों व साध्वियों का पद बिहार प्रारंभ होता है।
यह अत्यंत पुण्यमयी, प्रेरणादायी और तपस्वी परंपरा है, परंतु वर्तमान समय में सुरक्षा और सतर्कता अत्यंत आवश्यक हो गई है।