मुनिराज श्री प्रत्यक्षरत्न विजयजी महाराज के जन्मदिवस पर भक्ति और सेवा भाव से ओतप्रोत आयोजन

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नागदा (ब्रजेश बोहरा):
पुण्यसम्राट श्री की हृदयस्थली, मनोहर मालवा के नयनरम्य नागदा नगर में बुधवार को उनके शिष्यरत्न, कुलदीपक, शतावधानी पूज्य मुनिराज श्री प्रत्यक्षरत्न विजयजी महाराज साहब का जन्मदिवस बड़े श्रद्धाभाव और भव्यता के साथ मनाया गया।

श्वेतांबर मूर्तिपूजक जैन श्रीसंघ एवं जयन्तराज चातुर्मास समिति के तत्वावधान में श्री पार्श्व प्रधान पाठशाला भवन में प्रातः 9 बजे से धार्मिक आयोजन प्रारंभ हुए। मुनिश्री प्रत्यक्षरत्न विजय जी म.सा.द्वारा नवकार मंत्र आराधना के छठे दिवस “ऐसो पंच नमोकारो पद” की भावयात्रा कराई गई। इसके बाद मुनि श्री पवित्ररत्न विजयजी म.सा. के प्रेरणादायी प्रवचन हुए, जिसमें मुनिराज के संयम जीवन की यात्रा का विस्तृत वर्णन प्रस्तुत किया गया।
लाभार्थी परिवारों द्वारा मुनिभगवंत का अक्षत से वधाना, केसर से छंटना और गुरुपूजन किया गया। साथ ही अष्टापद तपस्वियों व चातुर्मास समिति द्वारा भी वधामणा विधि संपन्न की गई। आयोजन को संगीतकार आयुष बोहरा ने संगीतमय प्रस्तुतियों से विशेष भावपूर्ण बना दिया।
जन्मदिवस के उपलक्ष्य में प्रातः गोपाल गौशाला में अखिल भारतीय श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद शाखा नागदा द्वारा मूक पशुओं हेतु स्वामी वात्सल्य का आयोजन किया गया। इसके पश्चात दरिद्र नारायण जनों को अन्नक्षेत्र में भोजन कराया गया।
परिषद के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी ब्रजेश बोहरा ने बताया कि यह मुनिराज का प्रथम स्वतंत्र चातुर्मास है, जिससे नगर में उत्सव जैसा वातावरण बना हुआ है। श्रीसंघ अध्यक्ष मनीष ओरा एवं सचिव हर्षित नागदा के नेतृत्व में मुनिराज को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
इस अवसर पर रतलाम, जावरा, नामली ,बडावदा, भाटपचलाना , खाचरौद व महिदपुररोड सहित विभिन्न नगरों से श्रद्धालु गुरुभक्तों का आगमन रहा। कार्यक्रम का संचालन समिति अध्यक्ष मनोज वागरेचा ने किया।
चातुर्मास समिति के द्वारा सभी लाभार्थी व संगीतकार का बहुमान श्रीसंघ के सदस्यों द्वारा किया गया। कार्यक्रम के पश्चात प्रभावना स्वरूप मिठाई वितरण की गयी।

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